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Chhattisgarh Assembly Election 2023 कुनकुरी विधानसभा : कंवर और ईसाई प्रत्याशियों की टक्कर में दो बार बीजेपी, एक बार कांग्रेस जीती, साय के बाद नए समीकरण

Chhattisgarh Assembly Election 2023 कुनकुरी विधानसभा : कंवर और ईसाई प्रत्याशियों की टक्कर में दो बार बीजेपी, एक बार कांग्रेस जीती, साय के बाद नए समीकरण
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By Manoj Vyas

Chhattisgarh Assembly Election 2023

रायपुर. छत्तीसगढ़ के आदिवासी और ईसाई बहुल कुनकुरी सीट पर कंवर और ईसाई प्रत्याशियों में ही टक्कर रही है. राज्य बनने के बाद हुए परिसीमन में यह सीट बनी और 2008 में पहली बार चुनाव हुए थे. तीन चुनावों में दो बार बीजेपी जीती और एक बार कांग्रेस की जीत हुई है. इस बार चुनाव काफी रोचक होने की उम्मीद है, क्योंकि बीजेपी के नंदकुमार साय अब कांग्रेस में आ गए हैं. कुनकुरी से पहले यह सीट तपकरा थी, जहां से नंदकुमार साय तीन बार विधायक रहे.

जशपुर जिले की कुनकुरी विधानसभा सीट में पहला चुनाव साल 2008 में हुआ था। परिसीमन के बाद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर अब तक कुल तीन चुनाव ही हुए हैं। इनमें से दो बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा के पूर्व विधायक भरत साय चुनाव मैदान में थे, जबकि कांग्रेस ने यहां से नए चेहरे और पूर्व नौकरशाह यूडी मिंज पर दांव लगाया। इस चुनाव में यूडी मिंज ने भरत साय को 4293 वोट से शिकस्त देकर पहली बार विधानसभा पहुंचे। वहीं इसके पहले हुए दो चुनावों में इस सीट पर भाजपा का कब्जा रहा। साल 2008 में जब कुनकुरी विधानसभा सीट में पहला चुनाव हुआ तो भाजपा के भरत साय ने कांग्रेस के उत्तमदन मिंज को 9592 वोट से हराया था। इसी तरह 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से रोहित कुमार साय और कांग्रेस से अब्राहम तिर्की आमने-सामने थे। यह चुनाव भाजपा ने करीब 28866 वोट के अंतर से जीता था।

2008 से पहले तपकरा के नाम से जानी जाती थी यह सीट

जशपुर जिले में कुल 3 विधानसभा सीटें हैं. इनमें जशपुर, कुनकुरी और पत्थलगांव शामिल है। इनमें से जशपुर और पत्थलगांव सीट साल 1962 से ही है अस्तित्व में है, जबकि साल 1963 में हुए नए परिसीमन के बाद तपकरा विधानसभा सीट अस्तित्व में आई। तपकरा विधानसभा सीट से पहला चुनाव 1967 में हुआ और भारतीय जनसंघ के उम्मीदवार केदारनाथ साय ने कांग्रेस के लोचन साय को 2106 वोट से हराया। इसके बाद 1972 में हुए चुनाव में विधायक केदारनाथ साय ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, जबकि उनके सामने भारतीय जनसंघ के दिनेश्वर साय चुनावी मैदान में थे। इस चुनाव में जनसंघ के प्रत्याशी ने तत्कालीन विधायक केदारनाथ को 6668 वोटों के अंतर से हराया और इस सीट पर दोबारा भारतीय जनसंघ का परचम बुलंद हुआ।

यहां से कांग्रेस को केवल दो ही जीत

बात अगर तपकरा और कुनकुरी विधानसभा सीट की करें तो यहां से अब तक कुल 12 चुनाव हुए हैं। इन चुनाव में कांग्रेस को केवल दो जीत मिली है। यहां सर्वाधिक जीत भारतीय जनता पार्टी की हुई है। भाजपा ने तपकरा और कुनकुरी सीट से कुल 7 बार चुनाव जीता है। दो बार यहां से भारतीय जनसंघ के विधायक रहे हैं। वहीं एक बार जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है।

नंदकुमार साय इस सीट से तीन बार रहे विधायक

वर्तमान में कांग्रेस में शामिल हो चुके कद्दावर आदिवासी नेता नंदकुमार साय तपकरा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक चुने गए। नंदकुमार साय ने अपना पहला विधानसभा चुनाव साल 1977 में जनता पार्टी की टिकट से लड़ा। इस चुनाव में उन्होंने 7249 वोट के अंतर से जीत दर्ज की। इसके बाद उन्होंने 1985 में चुनाव लड़ा और कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश्वर साय को 1599 वोट से हराया। 1998 के चुनाव में एक बार फिर से नंदकुमार साय चुनावी मैदान में थे। इस बार उन्होंने कांग्रेस के ईश्वर साय को 10734 वोट से हराकर तीसरी बार विधानसभा पहुंचे थे।

जानिए, कुनकुरी विधानसभा से कब-कौन रहा विधायक..

वर्ष विधायक पार्टी

2008 भरत साय बीजेपी

2013 रोहित कुमार साय बीजेपी

2018 यूडी मिंज कांग्रेस

साल 2008 के पहले कुनकुरी विधानसभा तपकरा के नाम से जानी जाती थी, तब के विधायकों की जानकारी

वर्ष विधायक पार्टी

1967 केदारनाथ साय बीजेएस

1972 दिनेश्वर साय बीजेएस

1977 नंदकुमार साय जेएनपी

1980 धनेश्वर साय कांग्रेस

1985 नंदकुमार साय बीजेपी

1990 विष्णुदेव साय बीजेपी

1993 विष्णुदेव साय बीजेपी

1998 नंदकुमार साय बीजेपी

2003 भरत साय बीजेपी

Manoj Vyas

मनोज व्यास : छत्तीसगढ़ में 18 साल से पत्रकारिता में सक्रिय, सभी प्रमुख संस्थाओं में दी सेवाएं, इसी दौरान हरिभूमि समाचार पत्र से जुड़े। इसके बाद दैनिक भास्कर में सिटी रिपोर्टर के रूप में जॉइन किया। नौकरी के साथ-साथ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएमसीजे की पढ़ाई पूरी की। न्यायधानी के बाद राजधानी का रुख किया। यहां फिर हरिभूमि से शुरुआत की और नेशनल लुक, पत्रिका, नवभारत, फिर दैनिक भास्कर होते हुए भविष्य की पत्रकारिता का हिस्सा बनने के लिए NPG.News में बतौर न्यूज एडिटर जॉइन किया। इस बीच नवभारत के भुवनेश्वर, ओडिशा एडिशन में एडिटोरियल इंचार्ज के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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